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चार धाम यात्रा कब शुरू होगी 2023 | Online Registration Char Dham

  चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में इस बार भी यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा। पर्यटन विभाग ने इसके लिए ऑनलाइन साफ्टवेयर तैयार कर लिया है। इसमें स्लाट मैनेजमेंट सिस्टम से श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन की तिथियां आवंटित की जाएंगी। यही नहीं, धामों में दर्शन की व्यवस्था में भी बदलाव होगा। दो यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए टोकन व्यवस्था भी लागू की भीड़ प्रबंधन के साथ ही यात्रियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए चारों धामों में धारण क्षमता के अनुरूप दर्शनार्थियों की संख्या तय की जा रही है।

पंजीकरण के लिए साफ्टवेयर तैयार

उत्तराखंड पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां तेजी से चल रही हैं। यात्रियों के पंजीकरण के लिए साफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है। जल्द ही साफ्टवेयर को नाम देकर इसमें यात्रा शुरू होने से धामों में माहभर पहले पंजीकरण शुरू हो जाएगा। तैनात भीड़ प्रबंधन के दृष्टिगत सॉफ्टवेयर के जरिये स्लाट मैनेजमेंट सिस्टम से यात्रियों को धामों में दर्शन करने की तिथियां आवंटित की जाएंगी। यात्री के धाम में पहुंचने के बाद वहां तैनात रहे लगी कियोस्क मशीन में एक पर्ची निकलेगी, जिसमें यह उल्लेख होगा कि यात्री किस समय दर्शन कर सकेगा। इससे धामों में दर्शन दायित्व  के लिए यात्रियों को कतार नहीं लगानी पड़ेगी। वह तय समय में दर्शन कर सकेंगे।

4 धामों में यात्रियों की मदद को तैनात रहेंगे 30-30 टीम मैं लोग

सचिव कुर्वे ने बताया कि चारों धामों में यात्रियों की सुविधा के लिए 30-30 व्यक्तियों की टीम तैनात रहेंगी। ये टीम संबंधित जिले के डीएम और पुलिस के निर्देशन में काम करेंगी। इनका दायित्व धामों में पहुंचे यात्रियों को स्लाट के हिसाब से दर्शन कराने में सहयोग देना होगा।

 22 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा

राज्य में चारधाम यात्रा की शुरुआत गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ होती है। दोनों धामों के कपाट अक्षय तृतीया को खुलते हैं और इस बार यह तिथि 22 अप्रैल को पड़ रही है। इसके अलावा बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 27 अप्रैल तय हो गई है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर तय होगी।